तेल अवीव: ईरान ने शुक्रवार रात को इजरायल के बड़े शहरों खासतौर से तेल अवीव को निशाना बनाते हुए मिसाइल हमले किए हैं। ईरानी मिसाइलों ने दुनिया के सबसे उन्नत माने जाने वाले इजरायल के एयर डिफेंस सिस्टम को भेदने में कामयाबी पाई है। ईरान की ओर से दागी गई ज्यादातर बैलिस्टिक मिसाइलों को इजराइल के एयर डिफेंस (वायु रक्षा प्रणाली) ने हवा में नष्ट कर दिया लेकिन कुछ मिसाइलें तेल अवीव में गिरीं। इससे इमारतों को नुकसान पहुंचा और कई लोग भी घायल हुए। इजरायल के एयर डिफेंस को अचूक माना जाता रहा है लेकिन ईरान का इसे भेदना उसके लिए एक सफलता की तरह है।
एपी की रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायल को अपने एयर डिफेंस में अमेरिका से भी मदद मिल रही है। इसके बावजूद ईरानी मिसाइलें इजरायल की जमीन तक आईं। इजरायल का कहना है कि उसकी वायु रक्षा प्रणाली ने कई लोगों की जान बचाते हुए नुकसान को कम किया है। इजराइल की सेना ने बताया कि उसने ज्यादातर मिसाइलों को मार गिराया लेकिन कुछ मिसाइलें इमारतों से टकराईं। इससे तेल अवीव में लोगों में दहशत देखी गई।
इजरायल की वायु रक्षा प्रणाली गाजा, लेबनान, सीरिया, इराक, यमन और ईरान से हमलों का सामना करता रहा है। शुक्रवार रात को भी इजरायल ने बैलिस्टिक मिसाइलों के हमले का सामना किया। इजरायल ने पिछले कुछ सालों में अपनी वायु रक्षा प्रणाली को काफी ज्यादा विकसित किया है। इजराइल की वायु रक्षा प्रणाली कई स्तरों वाली है। इसका मतलब है कि इसमें अलग-अलग तरह के सिस्टम शामिल हैं जो एक साथ काम करते हैं।
इजरायल की बहुस्तरीय वायु-रक्षा प्रणाली में एक अहम नाम एरो सिस्टम का है। एरो को लंबी दूरी की मिसाइलों को रोकने के लिए डिजाइन किया गया है। यही सिस्टम ऐसी बैलिस्टिक मिसाइलों को रोकता है, जो ईरान की ओर से लॉन्च की गई थीं। एरो के बाद डेविड स्लिंग एयर डिफेंस का नाम आता है। डेविड स्लिंग का उद्देश्य मध्यम दूरी की मिसाइलों को रोकना है। लेबनानी गुट हिजबुल्लाह के खिलाफ ये कारगर रहा है।
आयरन डोम एयर डिफेंस इजरायल का एक खास हथियार रहा है। यह सिस्टम कम दूरी के रॉकेट को मार गिराने में माहिर है। इजरायल का कहना है कि इसकी सफलता दर 90% से ज्यादा है। इनके अलावा इजरायल लेजर तकनीक से आने वाले खतरों को रोकने के लिए एक नई प्रणाली विकसित कर रहा है। इजरायल ने कहा है कि यह प्रणाली गेम चेंजर साबित होगी। इजरायल के इस एयर डिफेंस का नाम आयरन डोम है।
एपी की रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायल को अपने एयर डिफेंस में अमेरिका से भी मदद मिल रही है। इसके बावजूद ईरानी मिसाइलें इजरायल की जमीन तक आईं। इजरायल का कहना है कि उसकी वायु रक्षा प्रणाली ने कई लोगों की जान बचाते हुए नुकसान को कम किया है। इजराइल की सेना ने बताया कि उसने ज्यादातर मिसाइलों को मार गिराया लेकिन कुछ मिसाइलें इमारतों से टकराईं। इससे तेल अवीव में लोगों में दहशत देखी गई।
इजरायल का एयर डिफेंस सिस्टम
इजरायल की वायु रक्षा प्रणाली गाजा, लेबनान, सीरिया, इराक, यमन और ईरान से हमलों का सामना करता रहा है। शुक्रवार रात को भी इजरायल ने बैलिस्टिक मिसाइलों के हमले का सामना किया। इजरायल ने पिछले कुछ सालों में अपनी वायु रक्षा प्रणाली को काफी ज्यादा विकसित किया है। इजराइल की वायु रक्षा प्रणाली कई स्तरों वाली है। इसका मतलब है कि इसमें अलग-अलग तरह के सिस्टम शामिल हैं जो एक साथ काम करते हैं।इजरायल की बहुस्तरीय वायु-रक्षा प्रणाली में एक अहम नाम एरो सिस्टम का है। एरो को लंबी दूरी की मिसाइलों को रोकने के लिए डिजाइन किया गया है। यही सिस्टम ऐसी बैलिस्टिक मिसाइलों को रोकता है, जो ईरान की ओर से लॉन्च की गई थीं। एरो के बाद डेविड स्लिंग एयर डिफेंस का नाम आता है। डेविड स्लिंग का उद्देश्य मध्यम दूरी की मिसाइलों को रोकना है। लेबनानी गुट हिजबुल्लाह के खिलाफ ये कारगर रहा है।
आयरन डोम एयर डिफेंस इजरायल का एक खास हथियार रहा है। यह सिस्टम कम दूरी के रॉकेट को मार गिराने में माहिर है। इजरायल का कहना है कि इसकी सफलता दर 90% से ज्यादा है। इनके अलावा इजरायल लेजर तकनीक से आने वाले खतरों को रोकने के लिए एक नई प्रणाली विकसित कर रहा है। इजरायल ने कहा है कि यह प्रणाली गेम चेंजर साबित होगी। इजरायल के इस एयर डिफेंस का नाम आयरन डोम है।